25-1219
क्या कलीसिया महासंकट से पहले चली जाएगी?
58-0309E
ओह, ऐसा दिन कभी भी नहीं हुआ था, कि, इतना अधिक व्यावसायिक हो, जैसा कि आज है, बस उपयोग की गई कार के ढेर और हर चीज है। इतना, इतना तक, आप इस वर्ष एक रेफ्रिजरेटर को खरीद सकते हैं, और इसके लिए लगभग चार या पांच सौ डॉलर का भुगतान करते हैं, और अगले वर्ष कोई भी इसे नहीं रखना चाहता है। यह शैली या फैशन से बाहर है। क्या आप नहीं देखते कि व्यावसायिक दुनिया ने आपको लगातार इसी भाग-दौड़ में जकड़ कर रखा है? आप इस वर्ष एक कार खरीद सकते हैं, और अगले वर्ष शायद वह उससे उतनी अच्छी होगी जो आप उस समय खरीद सकते थे। लेकिन इसकी एक हजार डॉलर कीमत कम हो जाएगी क्योंकि उन्होंने कार के प्रकाश देने वाले उपकरण के ढक्कन को बदल दिया है या उन्होंने इसके लिए कुछ तो छोटे से मूर्खतापूर्ण काम को किया है। यह केवल एक बेचने का तरीका है, बाईबल को पूरा करने के लिए।
“जैसा कि यह नूह के दिनों में था, और लूत के दिनों में था।”
रोज की रोटी
क्योंकि जैसे जल-प्रलय से पहिले के दिनों में, जिस दिन तक कि नूह जहाज पर न चढ़ा, उस दिन तक लोग खाते-पीते थे, और उन में ब्याह शादी होती थी।
मत्ती 24:38
25-1218
परमेश्वर ने एक मार्ग को प्रदान किया है
56-0108
ओह, कितना प्यारा है। आप जानते है, हो सकता है हम सभी परमेश्वर के बोतल से दूध पीते बच्चे हैं, शायद हम कहें तो। और परमेश्वर ने अब दो बोतलो को प्रदान किया था, नया नियम और पुराना नियम, और उसने उनमें सभी विटामिनो को डाल दिया है। और जब हम उसे पकड़ लेते हैं, दूध को खींचते हैं, हम न ही केवल संतुष्ट होते हैं, लेकिन हम उसी समय पर चंगे हो जाते हैं। हमने आत्मिक विटामिनो को लिया हैं। यह बस हमें बनाते जा रहा है, हमें मजबूत, मजबूत बनाते जाता है। ये अच्छा है। इसमें हड्डियों के लिए कैल्शियम होता है। जी हाँ। इसमें नसों के लिए विटामिन बी कॉम्प्लेक्स होता है। ओह, इसमें सब कुछ होता है। परमेश्वर का सारा दवा की अलमारी उसमें डाल दिया गया है। यह सब एक बोतल में होता है, एक बोतल के अंदर डाला गया था, और उसने इसे कलवरी में खोल दिया।
इसलिए, कलवरी के जरिये से, हम किसी भी छुड़ाई हुई आशीषों को पोषण कर सकते हैं जिसके लिए यीशु मरा।
रोज की रोटी
यहोवा उनका बल है, वह अपने अभिषिक्त के लिये उद्धार का दृढ़ गढ़ है।
भजन संहिता 28:8
25-1121
दान
56-1207
अब. परमेश्वर मसीह में वास कर रहा था बोलने के लिए उसकी आवाज़ का उपयोग किया। यीशु ने अपने अद्भुत कार्य में कहा, “मैं तुम से सच सच कहता हूं, कि पुत्र अपने आप में कुछ नहीं कर सकता, लेकिन वही जो पिता को करते हुए देखता है, वहीं पुत्र भी करता है।” क्या यह सही है? संत यूहन्ना 5:19।
तब उसने अपने आप से मन ही मन कुछ भी नहीं किया। किसी भी भविष्यद्वक्ता ने अपने मन ही मन कभी कुछ भी नहीं किया, जब तक कि पहले परमेश्वर ने नहीं दिखाया कि क्या करना है। मूसा ने क्या गलती की जब वो परमेश्वर के दर्शन के बिना ही बाहर गया और मिस्त्री को मार डाला, उसने सोचा कि वो अपने हाथों से उन्हें आज़ाद करवायेगा, क्योंकि उसने सोचा कि उसके पास बहुत विश्वास है और वह ऐसा कर सकता है, क्योंकि उसे उस काम को करने के लिए बुलाया गया था।
कोई फर्क नहीं पड़ता आपको काम को करने के लिए कितना भी बुलाया गया हो, आपका मार्ग दर्शन परमेश्वर करना है। समझे? वह उसकी सारी स्कूली शिक्षा में विफल रहा और उसके सैन्य समझ और उसके प्रशिक्षण में मिस्र के एक बड़े सेनापति के नाई विफल रहा। लेकिन फिर भी ये विफल रहा, क्योंकि परमेश्वर के पास एक योजना थी और हमें परमेश्वर की योजना के अनुसार काम करना है। कोई फर्क नहीं पड़ता कि हम क्या करते हैं, हम कितने होशियार हैं, हमें अपने आप को नम्र करना होगा और परमेश्वर की योजना के अनुसार काम करना होगा। आमीन।
रोज की रोटी
जितनी बातों की मैं तुम को आज्ञा देता हूं उन को चौकस हो कर माना करना; और न तो कुछ उन में बढ़ाना और न उन में से कुछ घटाना।
व्यवस्थाविवरण 12:32
25-1120
यहां हमारा कोई स्थिर रहने वाला नगर नहीं
50-0200
और नौजवान लोगों, याद रखना। यदि आज आप इतने सौभाग्यशाली हैं कि आपके पिता और माँ जीवित हैं, तो उन्हें प्रेम करें, उनका आदर करें। वह समय आएगा जब आप सोचेंगे कि वे दुनिया के सबसे महान लोग हैं, यदि आप अभी ऐसा नहीं सोचते हैं। और छोटे बच्चों, कभी भी यह अपमानजनक शब्द मत बोलो, “बुड्ढा आदमी,” और “बुड्डी औरत।” वह बूढ़ा आदमी और बूढ़ी औरत नहीं है। वो पिता और माँ हैं।
और इन किन्ही दिनों में जब वे कमरे से बाहर चले जायेंगे, ताबूत में, फूलों के साथ, आप उन्हें जमीन में नीचे पड़ा हुआ सुनते हैं, पास्टर कहता हैं, “राख से राख और मिट्टी…” यह “बुड्डा आदमी,” नहीं होगा तो, या “बुड्ढी औरत, ” नहीं होगी, यह “माँ” होगी। आप हाथ मलते रहेंगे और रोते रहेंगे। यह सही है।
अब, जब तक वे जीवित है, अभी उसे उनके फूल दे दो, और पिता को उनके फूल दे दो। यह सही बात है। अब, और सबसे अच्छा फूल जो आप उन्हें दे सकते हैं, वह है उनकी आज्ञा का पालन करना। और यह बाईबल में पहली प्रतिज्ञा है, प्रतिज्ञा के साथ पहली आज्ञा, “अपने पिता और माँ का आदर कर: जिस से जो देश तेरा परमेश्वर यहोवा तुझे देता है उस में तू बहुत दिन तक रहने पाए।”
रोज की रोटी
अपने जन्माने वाले की सुनना, और जब तेरी माता बुढिय़ा हो जाए, तब भी उसे तुच्छ न जानना। नीतिवचन 23:22
25-1119
प्रारंभ के आत्मिक अनुभव
भारत यात्रा की रिपोर्ट
57-0126B
लेकिन मुझे आप भाई लोगो से यहाँ पर इस सुबह बड़ी आशा है, कि आप परमेश्वर के मनुष्य होंगे जो परमेश्वर के वचन के साथ बने रहते हैं। और बाकी हर एक चीज को दाएँ से बाएँ गिरने दें, लेकिन ठीक उस वचन के साथ बने रहें। हिलना नहीं। इससे कोई फर्क नहीं पड़ता यदि आप वहां पर बाहर एक पायदान हैं, तो एक अच्छे पायदान बनें। किसी और के साथ प्रतिस्पर्धा करने या ऐसा करने की कोशिश न करें। बस ठीक वचन के अंदर रहे, और ठीक वहीं पर बने रहे, और परमेश्वर अपने राज्य के अंदर आपको स्थान में स्थापित करेगा, जहाँ आप सबसे अच्छे हो सकते हैं।
क्या हो यदि मेरी उंगली कभी इस विचार को लेती है, क्योंकि वो आंख नहीं है, वो अब और उंगली नहीं रहेगी? मैं उस उंगली को खोना पसंद नहीं करूंगा। भले ही मेरी आंख ज्यादा कीमत रखती हो, लेकिन मुझे वह उंगली प्यारी है। यह मेरा एक भाग है। आप समझे मेरा क्या अर्थ है? मुझे यकीन है आप समझ रहे है। तो कोई भी कार्य करने का स्थान हो, ये कुछ भी हो सकता है, आप जो भी है वही बने रहे। और जहाँ परमेश्वर ने आपको स्थान पर स्थापित किया है, वहीं पर बने रहें और उस वचन के प्रति उतने ही ईमानदार बने रहें जितना आप जानते हैं कि कैसे होना है। परमेश्वर इसे आशीष देंगा। यदि परमेश्वर किसी और चीज़ के लिए एक विचार को लेता है, तो वो आपको वहाँ उस स्थान पर रखेगा जहाँ पर उसकी आवश्यकता है।
रोज की रोटी
यदि वे सब एक ही अंग होते, तो देह कहां होती? परन्तु अब अंग तो बहुत से हैं, परन्तु देह एक ही है। 1 कुरिन्थियों 12:19-20
25-1118
देखो
63-0428
विश्वास की बनावट ऐसी की गयी है यह देखने के लिए कि परमेश्वर की क्या है और क्या चाहता है। ऐसा कोई भी ज्ञान नहीं है जो इसे कर सकता है। विश्वास को ही केवल इस तरह से बनाया गया है, और मनुष्य जाति को दिया गया है ये पता लगाने के लिए कि परमेश्वर की ईच्छा क्या है।
और आप अपने विश्वास को लेते हैं जो आपके पास है, और यह वचन पर ध्यान को केंद्रित नहीं करता है, तो इसे ऐसे ही छोड़ दें। आपके पास गलत विश्वास है।
लेकिन जब आपका परमेश्वर का दिया गया विश्वास आपको परमेश्वर के वचन पर केंद्रित करता है, तो आप सीधे रेखा में होते हैं और योजना के अनुसार होते हैं। ओह, प्रभु । परमेश्वर इस घड़ी में हमारी सहायता करें, इस महान घड़ी में जिसमें हम रह रहे हैं। विश्वास की बनावट ऐसी की गयी है यह देखने के लिए कि परमेश्वर क्या चाहता है! आप इसे कैसे देखते हैं? उसके वचन, उसकी प्रतिज्ञा में से होते हुए। यह यीशु मसीह का एक सम्पूर्ण प्रकाशन है।
रोज की रोटी
उस विश्वास के लिये पूरा यत्न करो जो पवित्र लोगों को एक ही बार सौंपा गया था।
यहूदा 1:3
25-1117
तू इसे विश्वास करता है
50-0115
उसका जन्म, जब यीशु का जन्म धरती पर हुआ, तो आरंभ में ही उस पर एक काला धब्बा था। उसका हमेशा ही आम लोगों के द्वारा स्वागत किया जाता था, और उन दिनों के लोगों के धार्मिक क्षेत्र, और-और बड़े-बड़े धनी और उच्च विचारधारा वाले लोगों के द्वारा उसका तिरस्कार किया जाता था। और आज भी लगभग इसी तरह से है। यह ऐसा ही है।
ऐसा नहीं है कि मैं यह कहने की कोशिश कर रहा हूं कि अमीर या धनवान लोग बचाये नहीं जा सकते; वे बच सकते हैं, यदि वे स्वयं को नम्र बनाएं और बाकी के लोगों की तरह आएं। लेकिन हम सभी को अवश्य ही एक ही तरीके से आना होगाः जो इस बात को जानते हुए आता है कि हम कुछ भी नहीं हैं और परमेश्वर ही सब कुछ है; और अपने आप को उसे समर्पित करने की इच्छा को रखता हो जिससे कि उससे लाभ को पा सके।
यदि आपको कभी भी परमेश्वर से कुछ भी मिलता है, तो आपको अपने आप को नम्र करना होगा और उसके सामने कुछ भी नहीं बनना होगा, और एक उद्देश्य के अलावा कुछ भी नहीं जानना है; वो है, आप यीशु को पाने का प्रयास कर रहे हैं। उसके बाद जब आप अपने आप को नम्र करेंगे, तो परमेश्वर ऊंचा करेगा। लेकिन जब आप अपने आप को ऊँचा करोगे, तो परमेश्वर देखेगा कि आप तिरस्कृत में लाये गए हो। यह सही है। उसने अपने वचन में ऐसा कहा।
रोज की रोटी
और जो कोई अपने आप को बड़ा बनाएगा, वह छोटा किया जाएगा; और जो कोई अपने आप को छोटा बनाएगा, वह बड़ा किया जाएगा।
लूका 14:11
25-1116
प्रश्न और उत्तर 2
54-0103E
ठीक है, आप जानना चाहते हैं कि “अशुद्ध बकवाद” क्या है। “अशुद्ध… अशुद्ध बकवाद से बचा रह, क्योंकि वे बढ़ती जायेंगी।”
अब, पहली एक बात है “अशुद्ध बकवाद, क्योंकि वे बढ़ती जायेंगी।” अब, कुछ भी जो बस एक पुराना है… बस बकवाद करता रहता है। बाईबल ने कहा, यीशु ने कहा, “तुम्हारी बात ‘हां’ की ‘हां’ और तुम्हारी ‘ना’ की ‘ना’ होने दो, क्योंकि जो कुछ इस से अधिक होता है वह पाप से आता है।” आपको यहाँ तक मजाक भी नहीं करना चाहिए और एक दूसरे के साथ मुर्खता भी नहीं करनी चाहिए। परमेश्वर आपसे हर एक बेकार की बात का लेखा देने को लगाएगा जो आप बोलते हो। आप यह जानते हैं? बाईबल ने कहा कि आपको हर एक बेकार के शब्द का हिसाब देना होगा। तो हमें किस प्रकार का मनुष्य होना चाहिए? वे लोग जो निष्कपट, सख्त, प्रेमी, दयालु हैं, और कभी भी बेकार का झुण्ड नहीं होते, साथ ही हमेशा चलते हैं…
रोज की रोटी
पर अशुद्ध बकवाद से बचा रह; क्योंकि ऐसे लोग और भी अभक्ति में बढ़ते जाएंगे। 2 तीमुथियुस 2:16
25-1115
यहोवा यीरे
55-0817
और मेरे भाई, जिसे पहले से ही यीशु मसीह में प्रदान कर चूका है, जगत की नींव डालने से लेकर मेम्ने को घात किया गया जिसे आज रात आपकी बीमारी के लिए प्रदान किया गया है। उसने इसे एक किताब में लिखा है। उसने पवित्र आत्मा को भेजा है। उसने कलीसिया में दानों को रखा हैं। अब, यह परमेश्वर की गलती नहीं है; यह हमारा खुद का अविश्वास होगा। क्या यह सच नहीं है? यदि हम इसे प्राप्त नहीं करते हैं, तो इसमें परमेश्वर की गलती नहीं है। क्या आप इसे अपने पुरे हृदय से विश्वास करते हैं, कि यीशु मसीह को जगत की नींव डालने से लेकर आपके उद्धार और चंगाई के लिए-के लिए, घात किये गए मेम्ने के नाई प्रदान किया गया है। क्या आप इसे विश्वास करते है? अपने हाथ को ऊपर उठाये।
रोज की रोटी
इस से बड़ा प्रेम किसी का नहीं, कि कोई अपने मित्रों के लिये अपना प्राण दे। यूहन्ना 15:13
25-1114
एक गवाही समुद्र पर
64-0307
यदि आपका कोई छोटा लड़का बाहर सड़क पर बैठा हुआ हो और आप कहें, “जूनियर, प्रिय, बेहतर होगा कि तुम अंदर आ जाओ, प्रिय। ऐसा हो सकता है, मैं नहीं जानता, पर ये हो सकता है तुम्हारे पास से होकर गाड़ी को चलाएं।” आपको उस बच्चे से प्रेम नहीं है। यह सही है। आप वहां बाहर जाकर और कोई समस्या ना खड़ी हो उसे वहां से हटायेंगे, या उसे अंदर आने पर मजबूर करेंगे। यह सही है। आप उससे प्रेम करते हो।
सुसमाचार इसी प्रकार से है। परमेश्वर आपसे प्रेम करता है। “और जिनसे वो प्रेम करता है, वह हर एक बालक जो उसके पास आता है उसे ताड़ना देता और डाँटता है।” यदि आप ताड़ना को बर्दाश्त नहीं कर सकते, चले जाते हो और इसके विषय में क्रोधित होते हो, तो आप नाजायज़ संतान हो, आप परमेश्वर की संतान नहीं हो। तो बस याद रखें, यह तो बस वचन ही है।
अब उसका एक शब्द, एक शब्द, मेरे कहने से कहीं अधिक मायने रखता है, लाखों जीवनकाल। यह वही है। हम उसकी प्रतिज्ञा को जानते हैं। हम जानते हैं कि उसने क्या करने की प्रतिज्ञा की थी।
रोज की रोटी
देख, क्या ही धन्य वह मनुष्य, जिस को ईश्वर ताड़ना देता है; इसलिये तू सर्वशक्तिमान की ताड़ना को तुच्छ मत जानः
अय्यूब 5:17
25-1113
प्रारंभ के आत्मिक अनुभव
प्रभाव
63-0803E
मैं सोचता हूं कि यह पौलुस ही था जिसने कहा था, “हम परमेश्वर की लिखित पत्रियां हैं, और सब मनुष्यों के द्वारा पढ़ी जाती हैं।” जब आप रास्ते पर होते हैं, और जब आप अपने काम पर होते हैं, और आप कहीं भी होते हैं, कोई तो आपको देख रहा होता है।
और विशेष रूप से जब आपके यह कहने के बाद और आप अपने अंगीकार को करते है कि आप एक मसीही हैं, तो वे आपको और अधिक ध्यान से देखेंगे, और यह उन लोगों पर एक प्रभाव को डालता है जो आपके आसपास होते हैं। और हमें अवश्य ही देखना चाहिए हम क्या करते हैं। क्योंकि, यदि हम गलत प्रभाव को उत्पन्न करते हैं, तो हम निंदा को लाते है, ना ही इतना अधिक अपने आप पर, लेकिन जो हम होने का दावा करते हैं: मसीही। हम इसे मसीह पर लाते हैं। और कोई नहीं, यदि हम सोचें, तो आप कभी भी मसीह पर निन्दा नहीं लाना चाहेंगे। लेकिन गलत समय पर गलत कार्य निश्चित रूप से उस व्यक्ति के प्रति गलत प्रतिबिंब का कारण बनेगा जो आपको देख रहा है। और जब आप मसीही होने का दावा करते हैं तो हर एक जन आप पर नजर रखता है।
रोज की रोटी
मैं तुम से कहता हूं जो कोई मनुष्यों के साम्हने मुझे मान लेगा उसे मनुष्य का पुत्र भी परमेश्वर के स्वर्गदूतों के सामहने मान लेगाः लुका 12:8
25-1112
प्रारंभ के आत्मिक अनुभव
टोकन
63-1128E
…आप जहां कहीं भी हों, समय आ चूका है। और हर कोई आज कलीसिया की नीरसता को देख सकता है। हर कोई बहुत से, बहुत सारे सदस्यों की मृत्यु की अवस्था को देख सकता है। ऐसा इसलिए है क्योंकि आपने यहाँ-वहां खिलवाड़ किया है, आपने सनसनी के महसूस होने को लिया हैं और आपने अन्य चीजों को लिया हैं। और आपने किसी मनुष्य के ज्ञान पर, किसी संगठन के धर्मज्ञान पर, अपनी माँ की कलीसिया की सदस्यता पर, और किसी वफादार पास्टर पर भरोसा किया है। लेकिन यह सभी अच्छी चीजें हैं, उनके विरोध कुछ भी नहीं है, यहूदी के लिए खतने से बढकर कुछ नहीं था, लेकिन वह परमेश्वर की योजना नहीं थी। “जब मैं लहू को देखता हूँ,” और केवल यही!
और आज पवित्र आत्मा परमेश्वर की वाचा के लोगों के साथ परमेश्वर की वाचा है। पवित्र आत्मा, पुनरुत्थित मसीह का जीवन, कलीसिया में लोगों के बीच प्रदर्शित किया जाना है, जिससे कि उसे “कल, आज और हमेशा एक जैसा” बनाये।
रोज की रोटी
उसने अपनी प्रजा का छुटकारा किया है; उसने अपनी वाचा को सदा के लिये ठहराया है: उसका नाम पवित्र और भय योग्य है। भजन सहिंता 111:9
25-1111
न्याय के द्वारा छुटकारा
54-1114
परिक्षाये आती हैं, वहां तब तक कोई परीक्षा नहीं होगी जब तक कि वह आपको इसे सहन करने के लिए अनुग्रह नहीं देता। और उसने हर युद्ध के मोर्चे पर आपसे मिलने का प्रतिज्ञा की है, ठीक वहां पर, और वह आशीष देगा। तो, वहीं आपकी आशा है…
आप उस स्थान पर पहुंचेंगे, आप कहते हैं, “ठीक है, भाई बिल, वे… मेरे पास बहुत सारी परिक्षाये हैं।” मुझे एक मसीही बताओ, जिसके पास परिक्षाये नहीं है। हम कभी एक पिकनिक के लिए नहीं आये है; हम युद्ध के मैदान में आए हैं। हम यहां दुश्मन से लड़ने के लिए हैं। क्यों यकीन है, हम अपने हथियार को सिर्फ दिखाने के लिए नहीं पहनते हैं। यदि आप एक मसीही बस दिखाने के लिए बनते हैं, तो आप-आप… इसलिए, मैं डरता हूं कि आप गलत स्थान पर आ गए हैं।
रोज की रोटी
तुम किसी ऐसी परीक्षा में नहीं पड़े, जो मनुष्य के सहने से बाहर है: और परमेश्वर सच्चा है: वह तुम्हें सामर्थ से बाहर परीक्षा में न पड़ने देगा, वरन परीक्षा के साथ निकास भी करेगा; कि तुम सह सको 1 कुरिन्थियों 10:13
25-1110
प्रारंभ के आत्मिक अनुभव
हृदय का दरवाज़ा
59-1128
अब, आइए हम मनुष्य के हृदय को देखें, क्या इसके दरवाजो के अंदर दरवाजा हैं। अब, लोग कहते हैं, “यीशु, मेरे हृदय में आ, क्योंकि मैं मरने के बाद यातना में नहीं जाना चाहता। मैं आपको अपने उद्धारकर्ता के रूप में स्वीकार करना चाहता हूँ, लेकिन मैं नहीं चाहता कि आप मेरे प्रभु बने।”
अब, इस बात में बहुत ही अंतर है। वह आपका उद्धारकर्ता हो सकता है और फिर भी आपका प्रभु नहीं हो सकता। जब वो प्रभु होता है, तो वह सम्पूर्ण रूप से प्रभु होता है। आपके हर एक भाग का, वह प्रभु है, आपके हृदय में किसी भी स्थान पर स्वागत करे।
रोज की रोटी
देख, मैं द्वार पर खड़ा हुआ खटखटाता हूं; यदि कोई मेरा शब्द सुन कर द्वार खोलेगा, तो मैं उसके पास भीतर आ कर उसके साथ भोजन करूंगा, और वह मेरे साथ।
प्रकाशितवाक्य 3:20
25-1109
उचित ऋतु में आत्मिक भोजन
65-0718E
…संदेशवाहक, संदेश- संदेश, और वचन, बिल्कुल एक ही चीज थे। भविष्यव्यक्ता, वचन, सन्देश; संदेशवाहक, संदेशवाहक और संदेश, एक ही थे। यीशु ने कहा, “यदि मैं उन कामों को नहीं करता जो मेरे विषय में लिखे गए हैं, तो मुझ पर विश्वास मत करो।” यह अच्छी बात है। कोई भी मनुष्य और उसका संदेश एक होते है।
इसीलिए आज वे परमेश्वर के कामों को करने में विश्वास नहीं करते, क्योंकि वे परमेश्वर के सन्देश को स्वीकार नहीं करते। वे संदेश पर विश्वास नहीं करते।
लेकिन जो लोग परमेश्वर के समय पर विश्वास करते हैं जिसमें हम रह रहे हैं, ये चीजें छिपा हुआ भोजन हैं। जरा सोचो, परमेश्वर ने इसे इतना छिपा दिया है कि वे ठीक इसकी ओर देखते हैं और इसे नहीं देख पाते हैं। उसी तरह जैसे एलिय्याह ने सीरियाई की सेना को अंधा कर दिया था। उसी तरह जैसे परमेश्वर, उन बच्चो के, विश्वासियों के सच्चे वास्तविक भोजन से अ विश्वासियों को अंधा कर देता है।
रोज की रोटी
परन्तु जो पुरूष विश्वास नहीं रखता, यदि वह अलग हो, तो अलग होने दो।
1 कुरिन्थियों 7:15
25-1108
परमेश्वर मूसा को कार्यादेश देते हुए
53-0508
एक दिन किसी ने, शिक्षा देते हुए, वहाँ ऊपर अपुल्लोस के बारे में बात करते हुए कहा, जो भला बैपटिस्ट प्रचारक था। पौलुस वहां उसके पास चलकर गया, कहा, “आहे, जी हाँ, तुम भले मनुष्य हो, पर क्या तुमने पवित्र आत्मा को पाया जब से तुम ने विश्वास किया?”
उसने कहा, “ओह, ओह, मैंने मैंने सोचा जब मैंने विश्वास किया तो मुझे पवित्र आत्मा मिल गया।” वे अब भी यही सिखाते हैं, लेकिन यह गलत है। विश्वास करना ठीक है। विश्वास करना वास्तव में अच्छा है। विश्वास के पास… अब्राहम ने परमेश्वर पर विश्वास किया, और यह उसके निमित गिना गया था, या धार्मिकता के लिए गिना गया, लेकिन परमेश्वर ने उसे उसके विश्वास की मोहर के रूप में खतने की मोहर दी।
भाइयों, जब आपको परमेश्वर पर शुद्ध सच्चा विश्वास हो जाता है, तो परमेश्वर आपको प्रतिज्ञा की मोहर के रूप में पवित्र आत्मा का बपतिस्मा देगा, जो एक मोहर है, कि आप के पास विश्वास है। आप हो सकता है किसी प्रकार के एक-एक-एक प्रभाव को बना सकते हैं, या लोगों को विश्वास दिला सकते हैं, या आप कह सकते हैं कि आपके पास विश्वास है, लेकिन जब आपको वास्तव में सच्चा शुद्ध विश्वास मिलता है, तो परमेश्वर आपको प्रतिज्ञा की एक मोहर के रूप में पचित्र आत्मा का बपतिस्मा देगा। आमीन। यह अब मलाई निकाला हुआ दूध नहीं है, बच्चों।
अब याद रखे, इसे ले ले, इसे विश्वास करे। अपने विश्वास को रखे और इसे परमेश्वर के साथ वहां पर आजाद करैरे, और पवित्र आत्मा आप पर उत्तर आएगा। उसने प्रतिज्ञा किया था। उसके बाद, भाई, शैतान एक छोटे से पिद्दी जैसा दिखाई देने लगा।
रोज की रोटी
और उस ने खतने का चिन्ह पाया, कि उस विश्वास की धामिर्कता पर छाप हो जाए, जो उस ने बिना खतने की दशा में रखा थाः जिस से वह उन सब का पिता ठहरे, जो बिना खतने की दशा में विश्वास करते हैं, और कि वे भी धर्मी ठहरें:
रोमियों 4:11
25-1107
श्रीमानों हम यीशु से मिलना चाहते है
61-1224
यदि आप किसी चेले से कहते हैं, “मैं पसंद करूंगा कि मैं प्रभु यीशु को जानूं।”
“ठीक है, अब देखो, हम एक फलां-फलां कलीसिया से संबंध रखते हैं, वहां पर आये और वहां जुड़े, हमारे साथ जुड़ जाए।” देखा? या, “हम… हम इस फलां-फलां समाज से संबंध रखते हैं, और आकर उसमें जुड़े।” और यही है जो आप सुनते हो।
लेकिन मसीह ने स्वयं लोगों को अपनी मृत्यु की ओर संकेत किया, और कहा, “जब तक गेहूँ का दाना भूमि में नहीं गिरता है, वह अकेला ही रहता है।”
ओह, यह कितना भिन्न है। जी हां, श्रीमान। कितना भिन्न! लेकिन आपका जीवन और उसका जीवन एक दूसरे को पाते हैं, ना ही कलीसिया में, ना ही किसी इमारत में, ना ही मत सिद्धांत में, ना ही भले कामों में, लेकिन उस क्रूस में जहां आप उसके साथ क्रूस पर चढ़ाए गए हैं। यही है जहाँ आप मसीह को पाते हैं। बेहतर करने के द्वारा, नया पन्ना पलटने के द्वारा आप उसे नहीं पा सकते। एक नए जीवन को आरंभ करते हुए, आप मसीह को नहीं पाते। आप केवल मृत्यु में ही मसीह को पाते हैं; ना ही चरनी में, ना ही अंगीकार करने में। ना ही किसी संस्था और काल्पनिक कथाओं में विश्वास करना, आप वहाँ मसीह को नहीं पाते।
एक सच्चा सेवक आपको उसके पास ले जाता है, और वो वचन है।
रोज की रोटी
मैं तुम से सच सच कहता हूं, कि जब तक गेहूं का दाना भूमि में पड़कर मर नहीं जाता, वह अकेला रहता है परन्तु जब मर जाता है, तो बहुत फल लाता है।
यूहन्ना 12:24
25-1106
प्रारंभ के आत्मिक अनुभव
आपके उजियाले को मनुष्यों के सामने चमकने दें
61-0903
लेकिन ये इस तरह से है जैसे आपके पास एक पुरानी कार हो और आप एक पहाड़ पर जा रहे थे, और मैं जानता हूं कि जब आप दूसरी ओर नीचे उतरना आरंभ करते है तो आपके कार में कोई ब्रेक नहीं थी। मैं उस मनुष्य के विरुद्ध नहीं होऊंगा, मैं तो उसके विरुद्ध चिल्लाता हूं, यह वो नहीं है, यह तो वो कार है जिसके अंदर वो है; उसे चोट लगने जा रही है।
और ऐसा ही संगठनाओ के विषय में है। मैं सोचता हूँ कि जो लोग उन संगठनाओ को पकडे हुए होते हैं, मानो ये स्वयं परमेश्वर है, और वे केवल संगठनाओ को पकडे रखने के लिए परमेश्वर के वचन को छोड़ देते हैं। खैर, जब वे ऐसा करते हैं, तो मैं डरता हूं कि वे एक जीवन-मरण की गलती करने जा रहे हैं। और ऐसा नहीं है कि मेरे अंदर उस व्यक्तिगत मनुष्य के विरोध में कुछ भी है, लेकिन यह तो वो नाव है जिस पर वह सवार है, देखो, मुझे यकीन है कि यह नहीं पहुँच पायेगी। संगठन इसे कभी नहीं कर पायेंगे, लेकिन मसीह इसे कर लेगा। तो बस संगठनवाद की टूटी हुई नाव से कदम को बाहर निकालकर सिय्योन के सुरक्षित जहाज के अंदर आ जाए, पुराना जहाज जो अब तक समय पर पहुँचने में विफल नहीं हुआ है, वो मसीह।
रोज की रोटी
क्योंकि मैं ने उन को सुनाया पर उन्होंने नहीं सुना; मैं ने उन को बुलाया पर उन्होंने उत्तर न दिया। यिर्मयाह 35:17
25-1105
प्रारंभ के आत्मिक अनुभव
52-0713A
पुराने नियम का यहोवा नए नियम का यीशु है और आज का पवित्र आत्मा है। आप यह जानते हैं। क्या आप यह विश्वास नहीं करते? आज पवित्र आत्मा की निन्दा करना, इसका वही दण्ड है, या यीशु मसीह या पिता परमेश्वर की निन्दा करने से भी अधिक बदत्तर है। क्या आप ऐसा विश्वास नहीं करते?
अब, और अधिक क्या? अब देखो। यदि संसार हमें पागल कहता है। यदि संसार यह सोचता है कि हम बस लगभग आधे ऊपर यहाँ से… देखो। क्योंकि वे चिन्ह वहीं पर प्रकट हुए जहां पर मैं हूं, और यह प्रभु का दूत है, और इत्यादि, इसका अर्थ यह नहीं है कि यह तब मैं हूं, मित्रो। इसका क्या अर्थ है? परमेश्वर आपको किस बात पर लाने की कोशिश कर रहा है? वो आपको इस बात तक लाने की कोशिश कर रहा है, कि मैं आपको सच्चाई को बता रहा हूँ।
रोज की रोटी
तब यहोवा ने कहा, मेरी बातें सुनोः यदि तुम में कोई नबी हो, तो उस पर मैं यहोवा दर्शन के द्वारा अपने आप को प्रगट करूंगा, वा स्वप्न में उससे बातें करूंगा।
गिनती 12:6
25-1104
हमें पिता को दिखा दे
61-0521
और मैं उकाबों से प्रेम करता हूं, क्योंकि परमेश्वर अपने बच्चों की, अपनी उत्तराधिकार की तुलना उकाबों से करता है। और परमेश्वर स्वयं अपने आप को उकाब कहता है। वो यहोवा उकाब-पापा उकाब है। हम उसके छोटे-छोटे उकाब हैं।
एक उकाब किसी भी अन्य पक्षी की तुलना में अधिक ऊंची उड़ान को भर सकता है। यदि कोई शिकरा पक्षी उसका पीछा करने की कोशिश करता है तो वह हवा में टुकड़े टुकड़े हो जाता है। आप मसीहत की नकल करने का प्रयास करते हैं, आप बस अपने आप को अचानक से प्रकट कर देंगे। ऐसा ही है। आपका कोई भला नहीं करता है। उकाब बनो। फिर से जन्म लो, स्वभाव बदल जाता है; तब आप याकूब की सीढ़ी पर ऊपर चल कर जा सकते हैं। उसके बाद आप सबसे ऊंचे स्थानों पर चढ़ सकते हैं जहां विश्वास करने वालों के लिए सारी चीजें संभव हैं। लेकिन आपको एक उकाब बनना है, एक विश्वासी बनना है। कोशिश मत करो…
जब इब्रानियों ने, उकाबों की तरह, लाल समुंद्र को पार किया, तो उनका पीछा करते हुए, खतनारहित मिस्रियों ने ऐसा करने की कोशिश की और अपनी जान को गंवा बैठे। आप मसीहत की नकल नहीं कर सकते; आपको मसीही बनना होगा। यह सही है।
रोज की रोटी
और जिस में ये बातें नहीं, वह अन्धा है, और धुन्धला देखता है, और अपने पूर्वकाली पापों से धुल कर शुद्ध होने को भूल बैठा है।
2 पतरस 1:9
25-1103
श्रीमानों, हम यीशु से मिलना चाहते है
61-1224
मेरा क्रिसमस का संदेश, ये है, मैं आज रात आपको क्रूस की ओर संकेत करता हूं। आमीन। और आप, गेहूं का का दाना, वहाँ मसीह में गिरकर और मरता हैं। वहाँ आप उसके वचन में उसके जीवन को पायेंगे, जो कल, आज और युगानुयुग एक सा रहता है। यही मेरा आपके लिए क्रिसमस का संदेश है। मैं आपको चरनी की ओर, पालने की ओर, कलीसिया या संप्रदाय की ओर संकेत नहीं कर रहा हूं। लेकिन, “महाशय, हम यीशु को देखना चाहते हैं,” तब मैं आपको उसकी ओर संकेत करूँगा। वह आपको उसकी मृत्यु, दफ़न करने और पुनरुत्थान की ओर संकेत करता हैं। और आप अपने गेहूं के दाने को वहाँ गिरने दें, और उसके वचन को आपके अंदर वास्तविक होने दें, और आप देखेंगे कि वह कल, आज और युगानुयुग एक सा हैं। “महाशय, हम यीशु को देखना चाहते हैं।” वह कल, आज और युगानुयुग एक सा हैं।
रोज की रोटी
यीशु मसीह कल, आज और युगानुयुग एक सा हैं। इब्रानियों 13:8
25-1102
याईर एक गुप्त विश्वासी
55-0604
और जब पानी ऊपर बढ़ने लगा, तो कुछ देर बाद यीशु बोला और कहा, “डरो मत। यह मैं हूं।”
पतरस ने कहा, “यदि यह आप हैं, प्रभु, तो मुझे बस एक छोटी सी परीक्षा दीजिए।”
और मांगो और तुम्हें दिया जायेगा। सो उसने उसे परीक्षा दी, और जब उसने इसे अपने आप में करने की कोशिश की, तो वह असफल हो गया, और हर दूसरा मनुष्य असफल हो जाएगा। उसने अपनी आँखें यीशु से हटा लीं और देखने लगा कि लहरें कितनी बड़ी-बड़ी थीं। जब उसने देखा कि लहरें उलट कर आ रही हैं तो वह डूबने लगा। और प्रत्येक मनुष्य जो प्रार्थना किए जाने के बाद उसके कष्ट की ओर देखेगा, उसका डूबना निश्चित है।
आप अपने कष्ट की और ना देखे। आप अपनी आंखों को प्रतिज्ञा को देने वाले, प्रभु यीशु मसीह पर बनाये रखें। अपनी आँखें उसके वचन पर रखें। वही वो एक है जिसने प्रतिज्ञा की थी। वह इसे संभालने के लिए इस पर नजर रखता है। वह इसे अपने छिदे हाथ में पकडे रखता है, और उसके हृदय की गहराइयों में यह बसा होता है। उसके वचन सत्य होने ही है।
अपने मन को अपनी बीमारी से, अपनी परेशानियों से हटा लें। अपनी आँखें यीशु पर रखें।
रोज की रोटी
प्रभु अपनी प्रतिज्ञा के विषय में देर नहीं करता। 2 पत्तरस 3:9
25-1101
जैसे उकाब अपने घोंसले को हिलाता है
61-0122
पिता उकाब अपने छोटे बच्चों के बारे में इसी तरह से सोचता है. वह किस तरह से गर्द से यहां-वहां घूमता है। यह उन पर चिल्लाएगा; वे उत्तर में वापस चिल्लाते है। उस्ने कहा, “ऐसा ही है। मैं वही हूं जो था।”
“आमीन, पापा।”
“मैं वही है जो है।”
“आमीन, मामा।”
“मैं यो हूं जो आने वाला है।”
“आमीन, मापा।”
“मैं कल, आज और युगानुयुग एक सा हूं।”
“आमीन, पापा।”
“मैं अब भी चंगाई देने वाला हूं।”
“आगीन, पापा।”
“मैं अब भी पवित्र भात्मा देता हूं।”
“आमीन, पापा।”
“मैं कल, आज और युगानुयुग एक सा हूँ।”
“आमीन, पापा।”
“आगीन।”
छोटा पुराना कौआ कहता है, “काँच, काँव, काँव।”
‘छोटे गिद्ध, तुम किस विषय में चिल्ला रहे हो? घोंसले से बाहर निकली। छोटे गिद्ध, तुम किसी भी तरह से उकाव का खाना नहीं खा सकते।” यह सही है। औह, प्रभु।
रोज की रोटी
जैसे उकाब अपने घाँसले को हिला हिलाकर अपने बच्चों के ऊपर अपर मण्डनाता है. वैसे ही उसने अपने पंख फैलाकर उसको अपने परों पर उठा लिया:
व्यवस्थाविवरण 32:11
25-1031
परमेश्वर अपने वचन को पूरा करता है #2
57-0307
बहुत से लोग कहते हैं, “ठीक है, इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि मैं क्या विश्वास करता हूं, जब तक मैं जिस पर विश्वास करता हूं उसमें मैं ईमानदार हूं।” तो ठीक है, यदि ऐसा हो, तो मुसलमान बच गया है; बौद्ध बच गए हैं, और उनमें से सारे; मूर्तिपूजक को बचाया गया है। क्योंकि मैं यह कहता हूं कि वे किसी भी दिन हमसे श्रेष्ठ हो सकते हैं, जब प्रार्थना, उपवास, अनुभूति, या इत्यादि की बात आती है; वे हमें पीछे छोड़ सकते हैं। और यह उद्धार से संबंधित नहीं है, या यह किसी भी अन्य चीज़ पर आधारित नहीं है सिवाय परमेश्वर के वचन के; परमेश्वर को ही ऐसा कहना है।
उद्धार किसी भी कलीसिया, या किसी भी मत-सिद्धांत पर आधारित नहीं हो सकता है. किसी पर भी नहीं, सिवाय परमेश्वर के वचन के, क्योंकि यह परमेश्वर का वचन है। परमेश्वर का वचन इतना सिद्ध है, कि इसमें से कोई बिंदुमात्र भी कभी विफल नहीं होगा। सारा आकाश टल जायेगा; धरती टल जाएगी। यूहन्ना ने कहा कि पतमुस के टापू में-पर, “मैंने एक नये आकाश और एक नई पृथ्वी को देखा, पहला आकाश और पहली पृथ्वी जाती रही थी।” लेकिन परमेश्वर का वचन सीधे आगे बढ़ गया, बस वैसे ही।
रोज की रोटी
घास सूख जाती है, और फूल झड़ जाता है. परन्तु प्रभु का वचन युगानुयुग स्थिर रहेगा।
1 पतरस 1:24-25
25-1030
पशु की छाप
56-0715
सुनना। आप लंबे समय तक भोजन के बिना रह सकते हैं, लेकिन आप जल के बिना नहीं रह सकते। आपका शरीर का अस्सी प्रतिशत जल से बना है। वो पहली चीज परमेश्वर जिस पर मंडराया, परमेश्वर का आत्मा कभी मंडराया, वो जल था। और आप जल के बिना नहीं रह सकते। और यदि आपका प्राण आराधना करने के लिए भूखा है; सुनना, महाशय, पेंटीकोस्ट, और पिलग्रिम होलीनेस, और प्रेस्बिटेरियन, बैपटिस्ट, आप जो भी हो। समझे? यदि आप भूखे हो, और आप प्यासे हो, तो अपनी प्यास को मसीह से तृप्त करे, और मसीह को अपना परमेश्वर बनाये। पीछे मुड़कर इन पुराने ठहरे हुए और रुके हुए हुए हौदों में से जल को ना मत पीये। पहली बात जो आप जानते हैं, आप कितने भी धार्मिक कार्य क्यों न करें, लेकिन आपके कान सत्य को सुनने के लिए मोहरबंद हैं। और क्या आपको याद है? “वे इतने नजदीक होंगे कि इतना तक हो सके वह चुने हुओं को भी भरमा…” और सुसमाचार का इन्कार करना, पशु की छाप से मोहरबंद होना है। परमेश्वर आपको छाप देता हैं।
रोज की रोटी
… वरन जो जल मैं उसे दूंगा, वह उस में एक सोता बन जाएगा जो अनन्त जीवन के लिये उमड़ता रहेगा। यूहन्ना 4:14
25-1029
व्याकुलतायें
63-0901E
और, ध्यान दें, वह स्वार्थी नहीं थी। जब परमेश्वर ने उसकी प्रार्थना सुनी, और उसकी प्रार्थना का उत्तर दिया और उसे एक बेटा दिया, तो उसने उसे वापस परमेश्वर को दे दिया। और क्योंकि परमेश्वर के द्वारा उसकी प्रार्थना का उत्तर दिए जाने के बाद वो स्वार्थी नहीं बनना चाहती थी, सो उसने उसे एक भविष्यव्यक्ता दिया। ओह, यह एक अतिरिक्त आशीष था। ओह, वो बस उनसे भरा हुआ है, वे छोटी-छोटी अतिरिक्त चीजें जो वह देता है। न केवल एक बेटा, बल्कि एक भविष्यव्यक्ता। और इस्राएल में कई, कई वर्षों तक, कोई खुला दर्शन नहीं मिला था। शमूएल, पहला भविष्यव्यक्ता, कई, कई वर्षों तक, क्योंकि एक माँ व्याकुल हो गई थी: वह कि उसे कोई बालक नहीं हो सकता था, उसने जन्म देने की उम्र को पार कर लिया था और वो शायद साठ, सत्तर वर्ष की हो चुकी थी। और उसने व्याकुलता के साथ प्रार्थना की, उसे अवश्य ही यह बालक चाहिए! यह क्या था? परमेश्वर ने उससे बात की, इसमें कोई संदेह नहीं।
आप व्याकुल नहीं हो सकते जब तक परमेश्वर आपसे बात नहीं करता। ओह, कलीसिया, उठो और अपने आप को झकझोर दो! अपने विवेक को चिमटी दो, इस घड़ी में, अपने आप को जगाओ। हमें अवश्य ही व्याकुल होना होगा, या तो नाश हो जाओ। प्रभु की ओर से कुछ तो आगे आ रहा है। मैं इसे यहोवा यों कहता है की नाई जानता हूं। आगे कुछ तो होने वाला है, और हमारे लिए अच्छा होगा कि व्याकुल हो जाये। यह जीवन और मृत्यु के बीच है। यह हम में से होकर निकलेगा और हम इसे देख नहीं पाएंगे।
रोज की रोटी
क्योंकि वह समय आ पहुंचा है, कि पहिले परमेश्वर के लोगों का न्याय किया जाए; और जब कि न्याय का आरम्भ हम ही से होगा तो उन का क्या अन्त होगा जो परमेश्वर के सुसमाचार को नहीं मानते?
1 पतरस 4:17
25-1028
प्रभु, बस एक बार और
63-0120E
परमेश्वर ने कलीसिया को एक उजियाले का भवन होने के लिए ऊँचा उठाया, जिससे कि उसके सामर्थ या तेज को उसमें से बाहर लाये, बीमारों को चंगा करने के लिए, मरे हुओं को जिलाने के लिए, दुष्टात्माओं को निकालने के लिए, पवित्र जीवन जीने के लिए, सम्पूर्ण सुसमाचार का प्रचार करने के लिए, इसे प्रकट करने के लिए, लेकिन हम इसमें से धीरे-धीरे हटने लगते है और हम सीमा को पार कर देते हैं।
हमने गलत उदाहरण को लिया है। महिलाओं ने पास्टर की पत्नी की तरह व्यवहार किया है। पति ने उसे मानसिक रूप से नियंत्रण से बाहर होने दिया है, उसे बाल कटवाने देता है, किसी भी तरह के कामुकता के कपड़े पहनने देता है, कभी भी डांट नहीं लगाता। और दूसरी महिलायें कहती हैं, “यदि फलां-और फलां बहन ऐसा कर सकती है, तो मैं भी कर सकती हूं।” इसे अपना उदाहरण न बनाएं। समझे? परमेश्वर ने आपको बताया है कि क्या करना है, उसी के साथ बने रहे।
रोज की रोटी
क्योंकि परमेश्वर ने हमें अशुद्ध होने के लिये नहीं, परन्तु पवित्र होने के लिये बुलाया है।
1 थिस्सलुनीकियों 4:7
25-1027
इब्रानियों अध्याय दो 2
57-0825E
मैं चाहता हूं कि आप इसे लिख कर ले ले। बाइबल ने कहा, “यदि तुम में से कोई उठ खड़ा होता है, और वह ऐसा-और-ऐसा कहता है, और वह बात पूरी नहीं होती, तो इसकी न सुनना, क्योंकि मैं ने नहीं बोला है; परन्तु यदि वो मेरे नाम से बोलता है, और जो कुछ वह कहता है वह पूरा हो जाए, तो उसकी सुनना।” आमीन। “क्योकि मैं उस भविष्यव्यक्ता या प्रचारक के साथ हूं, चाहे वो कुछ भी हो। यदि वह जो कहता है वह पूरा हो जाए, तो उसकी सुनो।”
अब, मित्रों, आइए हम उसकी सुनें, पवित्र आत्मा हमारे बीच में बोल रहा है, विविध चमत्कार, और चिन्ह, और अद्भुत कार्यों को दिखाते हुए। आइए इसे ऐसे ही न जाने दे जैसे ये सामान्य बात घटित हो रही हो। आइए याद रखें कि यह यीशु मसीह है, जो कल, आज और हमेशा एक सा है; उसके वचन की पुष्टि करते हुए। ओह, हमें अवश्य ही इसे करना है। ओह, कृपया करें। ध्यान दें। हर एक चीज को दूसरे स्थान पर होने दे, यहाँ तक आपका घर, आपका पति, आपकी पत्नी, आपके बच्चों को भी। जो कुछ भी ये हो, इसे दूसरे स्थान पर रखें। परमेश्वर को पहला स्थान दें। आप कहते हैं, “भाई बन्हम, मेरे बच्चों से भी ऊपर?” किसी भी चीज से ऊपर। परमेश्वर को पहला स्थान दें। उसे पहले होने दो।
रोज की रोटी
इसलिये पहिले तुम उसे राज्य और धर्म की खोज करो तो ये सब वस्तुएं भी तुम्हें मिल जाएंगी। मत्ती 6:33
25-1026
मैं जानता हूँ कि मेरा छुड़ानेवाला जीवित है
58-0406S
ये परमेश्वर का उद्देश्य है कि हमें धन्य पवित्र आत्मा को दे। ये परमेश्वर का उद्देश्य है कि हमें चिह्न, चमत्कार और अद्भुत कामो को दिखाये। यह परमेश्वर का उद्देश्य है, और कोई भी इसे नष्ट नहीं कर सकता। अधोलोक की सारी शक्तियाँ हो सकता है इसके विरुद्ध दांव लगाये, लेकिन यह प्रबल होगा। हमारे पास परमेश्वर की अनंत प्रतिज्ञा है। हो सकता है वहां शिक्षक हो, वाद उठ खड़े हो सकते हैं, वहां हो सकता है बड़े-बड़े कार्यक्रम उठ खड़े हो सकते हैं, हो सकता है वहां ऐसी चीजें हो जो ऐसी दिखाई देती हैं कि इसे नष्ट कर दिया जाएगा, लेकिन इसे कभी नष्ट नहीं किया जा सकता। ये परमेश्वर का उद्देश्य है यह देखना कि यह प्रबल होगा। तब, यह मेरे ऊपर नहीं है, और यह आपके ऊपर भी नहीं है कि इसे नष्ट किया जाएगा या नहीं। यह तो परमेश्वर पर निर्भर है। और हम इस पर निश्चिंत हो सकते हैं, कि परमेश्वर हमारी विरासत को कभी नष्ट नहीं होने देगा, क्योंकि ये उसका उद्देश्य है कि इसे हमें दे।
रोज की रोटी
वह तो यहोवा है; जो कुछ वह भला जाने वही करें।
1 शमूएल 3:18
25-1025
परमेश्वर उसके लोगों में
50-0227
एक झरना खुला है, हर जगह आजादी से बह रहा है। बस तब तक पीते रहे जब तक आप और नहीं पी सकते। पेड़, यदि यह सिर्फ वही पीता है जो इसके हिस्से में दिया गया था, क्यों, यह हमेशा, फिर भी सूखे में रहेगा। मसीही लोगो के साथ यही बात है। वे पर्याप्त नहीं पीते हैं। आप तब तक पीना चाहेंगे जब तक कि आप बस पूरी तरह फैल न जाएं और कोई और इसे देख न ले। समझे? बाहर की ओर धकेले। एक गवाही को ले। इसे परमेश्वर पर छोड़ दे। इस पर विश्वास करे। उस पर कदम को रखें। परमेश्वर की प्रतिज्ञा का दावा करें। बस इसे परमेश्वर पर छोड़ छोड़ दे। इस पर विश्वास करे। “अपने मार्गों को प्रभु पर छोड़ दो।” आप जो भी चाहते हैं, वो उसे पूरा करेगा।
लेकिन वह इसे तब तक नहीं कर सकता जब तक… जब तक आप इसे पकडे हुए हैं। कहते है, “अब, मैं देखूंगा कि क्या मैं बेहतर हूं, और देखूंगा कि क्या यह काम करेगा।” आप इसे उसके लिए छोड़ दें; इसके बारे में भूल जाये। जाकर उन चीजों की गवाही दे जिन्हें यहाँ तक आप देख भी नहीं सकते। आपका इसमें विश्वास है। यह वो नहीं है जो आप देखते हैं; ये तो वो है जो आप विश्वास करते हैं। यह वो नहीं है जो आप महसूस करते हैं। उसने कभी भी नहीं कहा, “क्या तुमने इसे महसूस किया?” उसने कहा, “क्या तुमने इसे विश्वास किया?”
इसी प्रकार आप विश्वास के द्वारा बचाए जाते हैं। इसी प्रकार आप विश्वास के द्वारा चंगे होते हैं। और विश्वास आशा की हुई वस्तुओं का निश्चित प्रमाण है, जिन्हें आप ना ही देखते, चखते, महसूस, सूंघते, या सुनते है। आप बस विश्वास करते है। इस पर ऐसी प्रतिक्रिया करते है जैसे कि यह थी। आमीन।
रोज की रोटी
अपने मार्ग की चिन्ता यहोवा पर छोड़ और उस पर भरोसा रख, वही पूरा करेगा।
भजन संहिता 37:5
25-1024
इब्रानियों अध्याय तीन
57-0901M
इसके बारे में कुछ तो है… आप कहाँ जाते हैं, आप किस कलीसिया में जाते हैं, और शिक्षक आपको क्या सिखाता हैं। क्या आप यह जानते थे? इस-इसमें कुछ तो है। इसलिए हमें सबसे अच्छे की खोज करनी चाहिए जो हम पा सकते हैं, इसलिए हमें सबसे अच्छा मिल रहा है; ना ही इसलिए कि ये मिलनसार है और इत्यादि, लेकिन सच्ची बाइबिल की शिक्षा।
देखो, एक समय जब इस्राएली अपनी सेना के साथ जंगल में निकल गए थे, और उनके पास सात दिन का विस्तार था, और उनके पास जल खत्म हो गया था। और वे नाश होने ही वाले थे, उन्होंने कहा, “ओह, यदि कोई भविष्यव्यक्ता निकट होता तो!”
और उन में से एक ने कहा, “हम यहां नीचे हैं, एलीशा। उस ने एलिय्याह के हाथ पर जल को डाला है।” उसके सहयोगियों को देखा? दूसरे शब्दों में, “यहाँ एलीशा है, जिसका एलिय्याह के साथ संपर्क रहा था। प्रभु का वचन उसके साथ था।” आपने इसे समझा? उसे सही शिक्षा दी गयी थी।
रोज की रोटी
अपने प्रकाश और अपनी सच्चाई को भेज; वे मेरी अगुवाई करें!
भजन संहिता 43:3
25-1023
बीच का पर्दा
56-0121
जब आप मसीह यीशु में बोये या लगाए जाते हैं, जिस किसी भी चीज की आपको इस धरती की यात्रा में होती है आपके अंदर है जब आप पवित्र आत्मा को ग्रहण करते हैं। और केवल एक चीज जो आपको करनी है वो है पीते रहना, पीते रहना और बाहर धकेलना है, बाहर धकेलना है। बस तब तक पीते रहे जब तक आप अब और नहीं पी सकते। यदि आपको दैवीय चंगाई की आवश्यकता है, तो परमेश्वर के वचन पर जाएं और उसमें से पीएं, जब तक कि आप बाहर न धकेल दे। यदि आपको परमेश्वर से अधिक की आवश्यकता है, तो बस पीते रहें, बाहर धकेलते रहें। और मसीह जीवन का सदा भरपूर झरना है। और यदि आप उसमें बोये या लगाए गए हैं, तो आपको केवल एक ही चीज करना है, उसकी अच्छाई को पीना है और इस धरती की यात्रा में आपको जिस किसी चीज की आवश्यकता उसे बाहर धकेलना है। यह सब पीना है, विश्राम करना है, शांति है। यह वह नहीं है जो आप संघर्ष करते हैं और प्रयास करते हैं और खींच तान करते हैं, आप-आप उस उद्देश्य को पराजित करते हैं जिसका आप प्रतिनिधित्व कर रहे है जब आप ऐसा कर रहे होते हैं।
मसीहत कुछ ऐसी चीज नहीं है, परमेश्वर वो एक नहीं है कि आपको विनंती करनी पड़े, और रोना पड़े, और याचना करनी पड़े, और उपवास करना पड़े, और भूखा रहना पड़े, और ऐसा ही सब कुछ पाने के लिए।
रोज की रोटी
वह उस वृक्ष के समान है, जो बहती नालियों के किनारे लगाया गया है। और अपनी ऋतु में फलता है, और जिसके पत्ते कभी मुरझाते नहीं। इसलिये जो कुछ वह पुरुष करे वह सफल होता है। भजन संहिता 1:3
25-1022
वह आपके हाथ में क्या है?
55-1120
यह बाईबल परमेश्वर का पत्र है। और इसमें की प्रत्येक प्रतिज्ञा आपकी है, यदि आप इस पर विश्वास कर सकते हैं और इसे सही प्रकार के दृष्टिकोण से स्वीकार कर सकते हैं। यह आप में है, महिमा की आशा, वो मसीह।
ध्यान दे। अब हम मसीह के अंदर कैसे आते है? सबसे पहले, हम उसे विश्वास के द्वारा ग्रहण करते है, विश्वास करते हुए। दूसरी बात, “फिर, एक आत्मा के द्वारा, हम सब एक देह में बपतिस्मा लेते हैं,” पहला कुरिन्थियों 12; एक सदस्यता को लेने के द्वारा? एक आत्मा के द्वारा हम सभी एक देह में बपतिस्मा लेते हैं। यही वे विश्वासी है, जो पहले से ही प्रभु यीशु मसीह पर विश्वास करते हैं, उन्हें एक पवित्र आत्मा के द्वारा मसीह की देह में बपतिस्मा मिलता है। यह थोडा मेरे बैपटिस्ट लोगो की शिक्षाओं के विरुद्ध है, लेकिन यह बाईबल है।
मैं बैपटिस्ट हूं जब तक यह बाईबल में बना रहता है; उसके बाद मैं बाईबल हूँ।
रोज की रोटी
उन से कहा; क्या तुम ने विश्वास करते समय पवित्र आत्मा पाया?
प्रेरितों के काम 19:2
25-1021
गाजाम टिड्डी अर्बे टिड्डी येलेक टिड्डी हासील टिड्डी
59-0823
इसलिए, यदि आज कलीसिया में कुछ गलत है, कि यह उस तरह से उन्नति नहीं कर रही है जैसी इसे करनी चाहिए, तो ये मेरी राय है कि हमें डॉक्टर के लिखे नुस्खे पर वापस जाना चाहिए, बिल्कुल सही-सही पता लगाना चाहिए कि वास्तव में क्या गलत है, कि यह कलीसिया इतनी बीमार है कि वहाँ हमारी कलीसिया में रोग है, पाप का रोग। फिर हमें यह पता लगाना होगा कि डॉक्टर ने क्या लिखा है, और देखना होगा कि क्या हमारे औषध-विक्रेता पास्टर हमें सही नुस्खा दे रहे हैं। और, याद रखें, आप एक बहुत करीबी से निदान किये गये वचन में कुछ तो जोड़ कर, और मरीज को मार सकते हैं। और हो सकता है, मैं यह नहीं कहता कि हमने मारा है, लेकिन क्या होगा यदि हमारे कुछ औषध-विक्रेताओं ने परमेश्वर के नुस्खे में कुछ जोड़ा हो? यदि उन्होंने जोड़ा है, तो वे मरीज को मार रहे हैं, उन्हें पाप में मरने दे रहे हैं।
रोज की रोटी
हे मेरे प्रिय भाइयों, धोखा न खाओ। याकूब 1:16
25-1020
परमेश्वर के बोले गए वचन की अचूकता
56-0404
आप जानते है, मैं-मैं कुछ देर पहले लड़कों को वहां आते समय बता रहा था, मैंने कहा आ कि हमें अवश्य ही कसे हर समय खुश रहना चाहिए। परमेश्वर नहीं चाहता कि आप निराश रहे। आप जानते हैं कि गुस्सा क्या करता है? और यह पुराना गुस्सा, यह सबसे भयानक पुरानी चीजों में से एक है। और यह यह सारी बीमारी का लगभग साठ प्रतिशत कारण गुस्सा ही होता है। हाँ, श्रीमान, उन गुस क्रोध के आवेश को ढीला छोड़ देते है, याद रखें, जब आप ऐसा करते हैं तो आपको कैंसर, अल्सर, या ऐसा ही कुछ विकसित होने लगता है। जब आप किसी के बारे में पूरी तरह से आग बबूला हो जाते हैं कहते हैं, “मैं अब वहां पर वापस नहीं जाऊंगा। रुको जब तक कि मैं उन्हें साफ़ साफ़ ना बता दूं।” तो ठीक है। याद रखें, आप इसके लिए भुगतान करेंगे। केवल खुश रहे।
छोटी कहानी बताती है कि एक सुबह एक छोटी सी रॉबिन चिड़ियाँ थी, एक डाल पर बैठा हुई थी, अपने छोटे से साथी को चहचहाहट कर रही थी। छोटा साथी उसके पास से उड़कर आया और बोला, “तुम्हें पता है, मैं-मैं आज सुबह एक बात को लेकर बहुत ही चिंतित हूँ।”
कहा, “क्या?” कहा, “हम रॉबिन चिड़ियां कभी भी चिंता नहीं करते।”
“लेकिन मैं सोचता हूं कि यदि वे बेचारे प्राणी, मनुष्य जाति, जो उनके चेहरे पर झुर्रियां डालती हैं, वे चलते हैं, मैं सोचता हूं, शायद उनके पास स्वर्गीय पिता नहीं है जो उनकी देखभाल करता हो जैसे हमारे पास है. हम जो रॉबिन चिडियां हैं।”
यह इसके बारे में है। आपने उनमें से किसी को हाई ब्लड प्रेशर या उच्च रक्तचाप होने के बारे में कभी नहीं सुना होगा, क्या आपने सुना है?
रोज की रोटी
प्रभु में सदा आनन्दित रहोः और मैं फिर कहता हूँ, आनन्दित रहो।
फिलिप्पियों 4:4
25-1019
तुम इसकी सुनो
60-0712
मनुष्य को मांसपेशियों के द्वारा नहीं मापा जाता है, यह पशु है। मनुष्य को चरित्र के द्वारा मापा जाता है। मैंने ऐसे पुरुषों को देखा जिनका वजन नब्बे किलो था और बहुत सी मांसपेशियां थी और उनमें कुछ ग्राम भी मनुष्य नहीं था। एक बालक को माँ की गोद से बाहर फेंक देता है और उस स्त्री को बर्बाद करता है, वो एक मनुष्य नहीं है; वो एक पशु है। यह क्रूरता है। मनुष्य तो चरित्र है। यीशु मसीह जैसा कोई मनुष्य कभी भी नहीं था।
लेकिन बाईबल ने कहा कि उसमें कोई सुंदरता नहीं थी कि हम उसकी इच्छा को रखते। शायद एक छोटा सा, नाटा मनुष्य, उसके कंधे झुके हुए या ऐसा ही कुछ… हम सभी छिप गए क्योंकि ये उससे हमारा चेहरा था। लेकिन वह… ऐसा चरित्र कभी भी नहीं हुआ था। यही है जो सच्चा मनुष्य है। आप एक मनुष्य के मांसपेशियों को नहीं मापते हैं, लेकिन उसकी पैंट के घुटनों में सूजन के द्वारा जहां वो प्रार्थना कर रहा है। इसी तरह से आप एक मनुष्य को मापते हैं, चरित्र के द्वारा। यह सच है।
रोज की रोटी
क्योंकि परमेश्वर की मूर्खता मनुष्यों के ज्ञान से ज्ञानवान है; और परमेश्वर की निर्बलता मनुष्यों के बल से बहुत बलवान है।
1 कुरिन्थियों 1:25
25-1018
छुटकारे के द्वारा संगति
55-0403
जानवर के पास प्राण नहीं होता।
लेकिन मनुष्य में प्राण होता है। और इसलिए, वह प्राण परमेश्वर का भाग है। और उसकी गिरी हुई अवस्था में भी, फिर भी, यह धरती की सारी प्रजातियों में सबसे महान प्रजाति है, वो है मनुष्य। और फिर उसे उसके रचयिता के साथ जोड़ दे, वह लगभग एक सुपरमैन बन जाता है, क्योंकि वह परमेश्वर का बेटा है। वह अपने रचयिता से परिचित हो जाता है, सभी चीजों के रचयिता से। और फिर जब वह मनुष्य अपने रचयिता से परिचित हो जाता है, अपने रचयिता का भाग बन जाता है, अपने रचयिता के साथ संगति में वापस आ जाता है, तो हर एक दिव्य वचन उसके लिए एक जीवित वास्तविकता बन जाता है, और वह उस पर विश्वास करता है।
कोई आश्चर्य नहीं कि लोग आज दिव्य चंगाई पर विश्वास नहीं कर सकते ! उनके पास विश्वास करने के लिए कुछ भी नहीं है। जब तक परमेश्वर मनुष्य के हृदय में नहीं आ जाता, मनुष्य एक पशु प्रवृत्ति से ज्यादा बेहतर नहीं है। उसका तर्क, वह सब कुछ सोचेगा, “यह कैसे हो सकता है?” और सब कुछ समझाओ।
लेकिन जब परमेश्वर कभी मनुष्य के हृदय में अपने स्थान को ले लेता है, तो सभी तर्क फीके पड़ जाते हैं। परमेश्वर प्रथम हो जाता है। आमीन।
रोज की रोटी
जब परमेश्वर ने मनुष्य की सृष्टि की तब अपने ही स्वरूप में उसको बनाया।
उत्पत्ति 5:1
25-1017
अपेक्षा
61-0207
लेकिन जब आप एक साथ आयेंगे, ओह प्रभु, बस, जब आप पूरी तरह से परमेश्वर की आज्ञा का पालन करेंगे। “जब तुम एक दूसरे से प्रेम करोगे, तो सारे लोग यह जान जायेंगे कि तुम मेरे चेले हो।” जब आप धर्मज्ञान के भाग को बाहर निकाल देते हैं और वहां पर जरा से प्रेम को लेते हैं, तो यह कार्य करेगा, और अद्भुत कार्य करेगा, और-और आश्चर्यकर्म करेगा। लेकिन हमारे पास यह होना चाहिए। किसके लिए? सारे लोगो के लिए। “ओह, उस पुराने असेम्बली ऑफ गॉड क झुण्ड के लिए, या उस पुराने चर्च ऑफ गॉड के झुण्ड के लिए, या पुराने वननेस, या श्रीनेस, या फाइवनेस, या जो कुछ भी उन्हें मिला है? क्या मैं उनसे प्रेम करता हूं? मैं उनसे प्रेम नहीं कर सकता; वे मसीह विरोधी है।” भाई, जब आप ऐसा सोचते हैं, तो आप अपने आप में खो चुके हैं। यह सही बात है। आप परमेश्वर के साथ सही नहीं हैं। यदि आप अपने सबसे कट्टर शत्रु की ओर हाथ को नहीं बढ़ा सकते है और उसे मसीह के लिए जीतने का प्रयास नहीं कर सकते है, तो मसीह का आत्मा आप में नहीं है। “क्योंकि वो उसके अपनों के पास आया, और उसके अपनों ने उसे ग्रहण नहीं किया।” फिर भी उसने अपने शत्रु के लिए अपने जीवन को दे दिया। उसने किया। यह कितना सच है।
और आप में परमेश्वर का वो आत्मा आपको हर किसी के प्रति उसी तरह से महसूस करने को लगाता है।
रोज की रोटी
सो जब कि तुम ने भाईचारे की निष्कपट प्रीति के निमित्त सत्य के मानने से अपने मनों को पवित्र किया है, तो तन मन लगा कर एक दूसरे से अधिक प्रेम रखोः
1 पतरस 1:22
25-1016
चट्टान से बोलो और ये उसके जल को देगा
60-0723
कलीसिया न्याय का आसन है, जहाँ स्वर्ग, परमेश्वर का महान न्याय आसन है। और छोटे-छोटे कुएँ छोटी कलीसियाओं का प्रतिनिधित्व करते हैं, और न्याय परमेश्वर के भवन से आरंभ होता है। समझे? यहीं से न्याय की शुरुआत होती है।
इसलिए… मुझे समझ नहीं आता कि इतने सारे लोग शिकायत क्यों करते हैं कि मैं बहुत कड़क बात करता हूं, और लोगों को सीधा करने का प्रयास करता हूं, और उन्हें बताता हूं कि वे किस ढंग से जी रहे हैं, किस ढंग से वे कपड़े पहनते है, और मुझे बताते है कि मैं अपनी सेवकाई को नुकसान पहुंचा रहा हूं, जब कि न्याय का आसन परमेश्वर का भवन है। यह सही बात है। यही है जहाँ से इसे आरंभ करना है, यहीं पर न्याय, और धार्मिकता, और परमेश्वर के न्याय को पुलपिट में से आगे जाना है।
रोज की रोटी
क्योंकि वह समय आ पहुंचा है, कि पहिले परमेश्वर के भवन से न्याय किया जाए।
1 पतरस 4:17
25-1015
लेपालकपन #4
60-0522E
तब उसके बाद मेरा आना आरंभ हो गया। मैंने वहाँ बिस्तर पर पड़ा हुआ देखा, और मैंने देखा कि मेरा पुराना लोथ बूढ़ा रहा है और झुर्रीदार हो रहा है और-और रोगग्रस्त और पीड़ित है, और मैंने देखा मेरे हाथ मेरे सिर के पीछे रखा, और मैंने सोचा, “ओह, क्या मुझे उस बात पर फिर से वापस जाना होगा?”
और मैं उस आवाज़ को लगातार सुन रहा था, “आगे बढ़ते रहो! आगे बढ़ते रहो!”
मैंने कहा, “प्रभु, मैंने हमेशा ही दिव्य चंगाई पर विश्वास किया है, मैं इस पर विश्वास करता रहूंगा। लेकिन मैं उन प्राणों के लिए आगे बढ़ता रहूँगा, इसलिए मेरी सहायता करे। मेरे पास वहां बहुत सारे लोग होंगे, मैं… मुझे जीवित रहने दो, प्रभु, और मैं वहां दस लाख को और भी रखूंगा, यदि आप मुझे जीवित रहने दें।”
मैं इसकी परवाह नहीं करता कि कौन सा रंग है, कौन सी संस्था है, कौन सी राष्ट्रीयता है, वे क्या हैं, जब वे वहां पहुंचते हैं तो वे सभी एक हो जाते हैं और वे सीमा रेखाएं समाप्त हो चुकी होती हैं।
रोज की रोटी
जैसा मैं भी सब बातों में सब को प्रसन्न रखता हूं, और अपना नहीं, परन्तु बहुतों का लाभ ढूंढ़ता हूं, कि वे उद्धार पाएं।
1 कुरिन्थियों 10:33
25-1014
ऐसा क्यों है कि बहुत से मसीही लोगो को ये दिखाई देता है कि मसीही जीवन जीना बहुत ही कठिन है?
57-0303A
अब ध्यान दें, “मैं तुम्हें एक नई आत्मा दूंगा, और मैं अपनी आत्मा को डालूंगा…” ध्यान देंना, नया हृदय ठीक तुम्हारे अन्दर बीच में रखा गया है। और नई आत्मा आपके नए हृदय के ठीक बीच में रखी जाती है। और उसकी आत्मा को नई आत्मा के ठीक बीच में रखा गया है।
यह एक विख्यात घड़ी में मुख्य स्प्रिंग की तरह है। जब वह… जब वह मुख्य स्प्रिंग घड़ी के बीच में रखी जाती है, तो वह उस घड़ी की हर गतिविधि को नियंत्रित करती है। और यही वो वजह है, मित्रो। अब, मैं आशा करता हूं कि आप इसे देखेंगे। और मैं यह होने के लिए नहीं कह रहा हूँ-घुमाने या निष्पक्ष होने की कोशिश करूं, मैं यह सिर्फ इसलिए कह रहा हूं क्योंकि मैं जानता हूँ कि किसी दिन मैं आपके साथ न्याय में खड़ा रहूंगा। आप देखो, यदि पवित्र आत्मा आपकी आत्मा के मध्य में है… और वो घड़ी की स्प्रिंग में बाकी की सारी गतिविधियों को बिल्कुल सही तरह से टिक टिक करवाती है, समय को सही बनाये रखती है। जब पवित्र आत्मा आपकी आत्मा के मध्य में होता है, तो यह आप में पवित्र आत्मा के प्रत्येक प्रतिक्रिया को परमेश्वर की घड़ी, बाईबल के अनुसार बिल्कुल सही टिक-टिक करवाती है। सही है।
रोज की रोटी
मैं तुम को नया मन दूंगा, और तुम्हारे भीतर नई आत्मा उत्पन्न करूंगा; और तुम्हारी देह में से पत्थर का हृदय निकाल कर तुम को मांस का हृदय दूंगा।
और मैं अपना आत्मा तुम्हारे भीतर देकर ऐसा करूंगा कि तुम मेरी विधियों पर चलोगे और मेरे नियमों को मान कर उनके अनुसार करोगे।
यहेजकेल 36:26-27
25-1013
प्रकाशितवाक्य अध्याय चार #3
61-0108
और आप कलीसिया में दान इत्यादि को धीरे-धीरे बढ़ते हुए देखते हैं, और इस दान को संचालित होते हुए। इससे पहले कि आप इसे संचालित और अन्य चीजों को होने दें, पहले… इसे अपने हृदय पर दबाव को महसूस करें… अब, शत्रु बहुत ही चालाक है। समझे? और यही वह बात है जो हर समय कलीसियाओ को टुकड़े-टुकड़े कर देती है, कि ये एक सच्चा दान है जो गलत तरीके से संचालित होता है। देखा? परमेश्वर कुछ तो करने की कोशिश कर रहा है, और इसे गलत सचालित किया जाता है, यह बस-बस ऐसा होगा… यह न केवल आपको चोट पहुँचाएगा, बल्कि यह पूरी कलीसिया को नष्ट कर देगा। देखा? इसे विचार विमर्श करे, इसे बाईबल में से होते हुए पढ़ें, उसके बाद इसे जांचे और देखें कि यह परमेश्वर है या नहीं। केवल इसे जांचते रहें और परखते रहें, देखें कि क्या यह पंक्ति के साथ ठीक बैठता है और वचन के साथ सही बैठता है। तब उसके बाद आप सही होते हैं, देखिए।
जब तक वचन ने इसे कहा है कि यह यहीं पर रहेगा, ये निश्चित तरीके से काम करेगा, इसके साथ बने रहे। कभी भी इससे बाहर मत होना, चाहे कोई कुछ भी करे, चाहे वह कितना भी वास्तविक क्यों न दिखता हो। यदि यह उत्पत्ति से प्रकाशितवाक्य तक वचन में प्रतिबिंबित नहीं होता है, तो इसे ऐसे ही छोड़ दें। कोई भी मौका न लें, हम अंतिम दिनों में हैं जब शैतान बस भरमाने का काम कर रहा है जितना वो भरमा सकता है।
रोज की रोटी
क्योंकि इस्राएल का परमेश्वर, सेनाओं का यहोवा तुम से यों कहता है कि तुम्हारे जो भविष्यद्वक्त्ता और भावी कहने वाले तुम्हारे बीच में हैं, वे तुम को बहकाने न पाएं, और जो स्वप्न वे तुम्हारे निमित्त देखते हैं उनकी ओर कान मत धरो।
यिर्मयाह 29:8
25-1012
इब्रानियों अध्याय चार
57-0901E
आपको परमेश्वर से कुछ भी सवाल नहीं करना चाहिए। “क्योंकि धर्मी के पदचिन्ह प्रभु प्रभु की ओर से निर्धारित किए गए हैं।” और हर परीक्षा आपको साबित करने के लिए आप पर डाली जाती है। और बाईबल ने कहा, “वे आपके लिए सोने से भी अधिक बहुमूल्य हैं।” इसलिए यदि परमेश्वर आपको कुछ हल्के कष्ट होने देता हैं, तो याद रखें, यह आपके सुधार के लिए है। “हर पुत्र जो परमेश्वर के पास आता है, उसकी पहले परमेश्वर के द्वारा अवश्य ही ताड़ना होनी है, और परीक्षा होनी है, बाल प्रशिक्षित।” कोई आपत्ति नहीं है। “हर एक पुत्र जो आता है।” और ये कष्ट दिए जाते हैं, वे लाये गये है, यह देखने के लिए कि आपका रवैया क्या होगा। देखा? यह परमेश्वर है, इस साबित करने वाली जमीन पर। यही वो सारी धरती है, साबित करने वाली भूमि है, और जहाँ वह आपको प्रमाणित करने की कोशिश कर रहा है।
रोज की रोटी
हम चारों ओर से क्लेश तो भोगते हैं, पर संकट में नहीं पड़ते; निरूपाय तो हैं, पर निराश नहीं होते;
2 कुरिन्थियों 4:8
25-1011
केवल विश्वास करो
61-0427
मैं आपसे कुछ पूछना चाहता हूं। पेंटीकोस्टल कलीसिया क्या आज रात बेहतर है जब कि यह लगभग तीस अलग-अलग संगठनों में विभाजित हो गयी है, या जब यह आरंभ में शुरू हुई थी? समझे? यह बस पूछता हूं। हम लगातार बदतर से बदतर होते जा रहे हैं। क्या हमारे पेंटीकोस्टल कलीसियाओ में महिलाएं और पुरुष अधिक संतों की तरह दिख रहे हैं, प्रार्थना करते हुए? मुझे शहर में कहीं तो दिखाये जहां वे पूरी रात, दिन भर प्रार्थना की सभा को कर रहे हों, क्योंकि शहर में पाप किये गये है जैसे वे इसे करते आये है। क्या हम कुछ बेहतर हुए हैं? हम बदतर होते जा रहे हैं।
ओह, हमारी इमारतें और अधिक सुंदर होती जा रही हैं। ओह, हम दूसरी कलिसियाओ के दर्जे में आगे बढ़ते जा रहे हैं। लेकिन उनके जैसा कौन बनना चाहता है? मैं तो यीशु के जैसा बनना चाहता हूं। और इसी तरह प्रत्येक मनुष्य को मसीह के जैसा बनना चाहिए। आइए उसे दृश्य पर ले आएं। समझे? और हम… वे -वे-वे कलिसियाये मर रही हैं। तो हमें कुछ तो करना होगा। हमें जल्दी करना होगा। हमारे पास ना ही सब कुछ… हमें इसे करने के लिए सह-शताब्दी तक इंतजार नहीं करना है। यदि हम इसे करने जा रहे हैं, तो हमें इसे अभी करना होगा, अन्यथा यह ख़त्म हो जाएगा। कुछ तो होने जा रहा है।
रोज की रोटी
…जो कोई यहोवा की ओर का हो वह मेरे पास आए…
निर्गमन 32:26
25-1010
अब्राहम और उसके बीज के साथ परमेश्वर की वाचा
56-0223
अब, अदन की वाटिका में दो पेड़ थे। उनमें से एक बताता है, जो दाहिनी ओर है, जीवन का पेड़ था; बाईं ओर ज्ञान का पेड़ था। और जब तक मनुष्य जीवन के पेड़ से खाता है, जो कि विश्वास है, तब तक वह जीवित रहता है। लेकिन ज्ञान के पेड़ से उसने पहली बार चबाया, उसने अपने आप को परमेश्वर के साथ उसकी संगति से अलग कर लिया। आपने इसे देखा?
और तब ध्यान देना, अपने आप को अलग करने में, वह लगातार उस पेड़ से चबाता है, लगातार उस पेड़ से खा रहा है। फिर उसने इसे इसमें लाया इतना तक कि वह उस ज्ञान को परमेश्वर के साथ संगति में मिलाने की कोशिश करने लगा। और परमेश्वर ने कभी भी मनुष्य को नहीं बनाया उसके ज्ञान के द्वारा कि उसे जाने। और सारा जो हमारे पास है वह परमेश्वर को कभी भी नहीं जान पायेगे। परमेश्वर को एक तत्व के द्वारा जाना जाता है; यही विश्वास है।
रोज की रोटी
पर भले या बुरे के ज्ञान का जो वृक्ष है, उसका फल तू कभी न खानाः
उत्पति 2:17
25-1009
उजियाले को चमकाना
64-0125
एक चमचमाहट झूठा उजियाला है।
जैसे की सड़क की मरिचिका। हम सडक पर जाते हैं और एक मरिचिका को देखते हैं। यह सूर्य की झूठी धारणा है। और जब आप वहां पहुंचते हैं, तो वहां कुछ भी उत्पन्न नहीं होता, परंतु कुछ झूठा है। क्योंकि, आप सूरज की चमक में नहीं चलते, क्योंकि यह एक मरिचिका है, हमेशा आपको कुछ ऐसा दिखा रहा होता है जहाँ कुछ भी नहीं है।
और जब लोग आपको यह बताने का यत्न करते हैं कि यीशु मसीह कल, आज और सर्वदा एक सा नहीं है, तो वे आपको मरिचिका में ले जा रहे हैं। ऐसा ही है। और जब आप कलीसिया में जाते है और उसके सदस्य बनते हैं, तो कुछ ठंडे मतसार या ऐसा ही कुछ होता है, वहां कुछ भी नहीं है, ये इससे ज्यादा कुछ नहीं है जो आपके पास संसार में था।
मैं आपको बता दूँ। यीशु मसीह के सुसमाचार के उजियाले को इनकार मत करना, जो पवित्र आत्मा की चेतावनी की गर्म किरणें आप पर लाती है, आपको मसीह यीशु में एक नयी सृष्टी बनाती है। दूसरे युग के किसी चमचमाहट में चलने की कोशिश ना करे।
रोज की रोटी
ये लोग अन्धे कुंए, और आन्धी के उड़ाए हुए बादल हैं, उन के लिये अनन्त अन्धकार ठहराया गया है। 2 पतरस 2:17
25-1008
इसे विश्वास करते हो
53-0906A
और यदि महिलाएं, अगर आपको केवल यह एहसास हो कि अमेरिका में हर वर्ष महिलाएं मैनीक्योर या नख प्रसाधन करने के लिए कितने अरबों डॉलर खर्च कर देती हैं, वह हर एक चीज जो आप अपने लिपस्टिक होंठो पर लगाती है। मैं नहीं जानता कि वे चीजे क्या है। खैर, जो अपने चेहरे पर जिन चीजो को लगाती हैं और उस तरह का मेकअप करती हैं. ये लोग उससे कितने करोड़ डॉलर कमाते हैं…
और जब कि उस ओर गरीब छोटे बच्चे और यहाँ बैठे मिशनरी के लोग ऐसे ही शांत रहते हैं क्योंकि वे जा नहीं सकते। उनके पास जाने के लिए पर्याप्त पैसा नहीं है। आपको न्याय के दिन परमेश्वर को इसका उत्तर देना होगा। यह सही है। यह सच है।
जी हाँ, मसीही लोग, जो अपने आप को मसीही कहते हैं, तैयार होकर और बन-ठन कर वहां आते है। बाईबल में केवल एक ही महिला थी जिसने कभी अपना चेहरा रंगा था और वह ईजेबेल थी। आप जानते हैं कि परमेश्वर ने उसके साथ क्या किया? उसने उसे कुत्तों को खिला दिया। यह सही है।
और जब आप एक महिला को ऐसा करते हुए देखते हैं और खुद को मसीही कहती हैं, तो कहें, “आप कैसी हैं, कुमारी कुत्ते की भोजन?” यही है वोः कुत्ते का भोजन। परमेश्वर ने उसे कुत्तों को दे दिया। जी हां, श्रीमान।
ओह, आज हमें जिस चीज की आवश्यकता है वह है लोगो के बीच में एक अच्छी पुराने चलन की पवित्र आत्मा की हिलावट ताकि पुरुषों और महिलाओं को फिर से जीवित परमेश्वर के पास वापस लाया जा सके।
रोज की रोटी
शरीर पर मन लगाना तो मृत्यु है। परन्तु आत्मा पर मन लगाना जीवन और शान्ति है।
रोमियों 8:6
25-1007
सिद्ध निर्बलता के द्वारा सिद्ध सामर्थ
61-1119
वहाँ “हाँ, ऐसा ही है, हम हम उसे दबा देते हैं। हम उसे अपने से दूर कर देते हैं हमारे… हममें से सबसे निर्धन से लेकर सबसे धनवान तक, सबसे छोटे से लेकर सबसे बड़े तक, हम अपने स्वयं के कारण परमेश्वर को अपने जीवन से दूर रखते हैं।
मैंने अक्सर कहा है, “मेरा जो सबसे बड़ा शत्रु है वह विलियम ब्रहम है।” यही वह एक है जो परमेश्वर के रास्ते में आता है। वही वह एक है जो आलसी हो जाता है। वही वो एक है जो कभी-कभी ऐसे स्थान पर पहुंच जाता है जहां वह सोचता है कि वह इस विषय में कुछ तो कर सकता है, और जब वह ऐसा करता है, तो वह परमेश्वर को तस्वीर से बाहर कर देता है। लेकिन जब मैं उस मनुष्य से छुटकारा पा सकता हूं, जब मैं ऐसे स्थान पर पहुंच सकता हूं जहां पर वो रास्ते से हट जाए, तब परमेश्वर वहां पर आकर और उन चीजों कर सकता हैं जिनके विषय में विलियम ब्रहम कुछ भी नहीं जानता है।
तभी परमेश्वर आपका उपयोग कर सकता हैं। तभी वह आपमें से किसी का भी उपयोग कर सकता है। जब हम रास्ते से हट जाते है तो वह किसी का भी उपयोग कर सकता है। लेकिन जब तक हम अपने आप को रास्ते पर रखते हैं, तब हम इसे नहीं कर सकते।
रोज की रोटी
देख, मैं द्वार पर खड़ा हुआ खटखटाता हूं; यदि कोई मेरा शब्द सुन कर द्वार खोलेगा, तो मैं उसके पास भीतर आ कर उसके साथ भोजन करूंगा, और वह मेरे साथ।
प्रकाशितवाक्य 3:20
25-1006
क्यों
60-1126
ओह प्रभु। हम पर हर एक चीज़ का इतना प्रभाव पड़ गया हैं, और बहुत ही ही घबराए हुए और डरे हुए हैं। डरो मत। पिछली रात को मैंने इस पर प्रचार किया, डरो मत, यह मैं हूँ। एकमात्र चीज़ जो उनकी सहायता कर सकती थी, वे मर रहे थे, डूब रहे थे, शैतान उन्हें लेकर जाने वाला था, और उन्हें लगा कि वह एक भूत है, एक आत्मा है; एकमात्र चीज़ जो उनकी सहायता कर सकती थी।
और आज भी यह इसी तरह से है, एकमात्र चीज़ जो आपको कैंसर से छुटकारा दे सकती है, एकमात्र चीज़ जो आपको हृदय की समस्या से बचा सकती है, दवाइयों के पास इसका कोई ईलाज नहीं है, एकमात्र चीज जो आपकी सहायता कर सकती है ये वो चीज है जिससे आप डरते हैं, डर यह किसी प्रकार की एक आत्मा है।। यह एक आत्मा है, एक पवित्र आत्मा, मसीह हमारे जीवन में प्रकट हुआ है। अब उस पर विश्वास करें।
यीशु ने तुरन्त उन से बातें की, और कहा; ढाढ़स बान्धो; मैं हूं; डरो मत।
मत्ती 14:27
25-1005
यहोवा-यीरे #2
64-0403
लेकिन परमेश्वर को उसका अनुवाद करने के लिए किसी की आवश्यकता नहीं है। वह अपना अनुवादक खुद ही है। वह प्रतिज्ञा को करता है, उसके बाद वह उसे पूरा करता है, और यही उसका अनुवाद है। इसका किसी को भी अनुवाद नहीं करना है। परमेश्वर किसी से नहीं पूछता। “बाइबल का कोई निजी अनुवाद नहीं है।” हर कोई कहने की कोशिश कर रहा है इसका मतलब यह है, वह है। परमेश्वर को अपने आप के लिए बोलने दें। वही वो एक है जो इसे करता है। उसने प्रतिज्ञा की; वह इसके पीछे खड़ा है। वह विश्वासियों के लिए करता है।
लेकिन अविश्वासियों को कुछ भी प्राप्त नहीं होता। यह उनके लिए नहीं है। वे आरंभ से ही मरे हुए हैं। उनका कभी प्रतिनिधित्व भी नहीं किया गया। उनमें कुछ भी नहीं है। वे मरे हुए ढांचे हैं। आप इस तरह से नहीं बनना चाहेंगे।
“आत्मा से भरे रहे!”
रोज की रोटी
और वे लोग समुद्र से समुद्र तक, और उत्तर से पूरब तक मारे मारे फिरेंगे, और यहोवा के वचन की खोज में इधर उधर दौड़ेंगे, और उसको न पाएंगे।
आमोस 8:12
25-1004
अंधा बरतिमाई
61-0124
क्या आप पवित्र आत्मा की सच्चाई पर विश्वास नहीं करते, तो परमेश्वर के प्रतिज्ञा को थामे रहे, और बस उसके साथ बने रहें। उसे थाम कर रखें। इसे छोड़ना नहीं। क्या आप विश्वास नहीं करते है कि वह एक चंगाई देने वाला है, आपको चाहे कोई भी बीमारी या परेशानी हो, अब चंगाई की पंक्ति के लिए प्रतीक्षा न करें; बस अभी इसे पकड़ लो, और कहो, “परमेश्वर, मैं आपके हाथों में हूं।”
और शैतान कहेगा, “तुममें पहले से कोई सुधार नहीं है।”
यही है जो उसने मुझे बताया था। मैंने कहा, “यहाँ पर देख, पुराने घुमे हुए पैर वाले। यदि तू नहीं चाहता… यदि तू चाहता है… यदि तू मुझे परमेश्वर की महिमा के बारे में गवाही देते हुए सुनना चाहता है. तो बना रह। लेकिन तू मुझे हिलाकर इससे दूर नहीं कर पायेगा। यदि तू परमेश्वर की गवाहियाँ और दिव्य चंगाई की प्रशंसा को सुनना चाहता हैं, यहीं पर बने रह। मैं इसे तब तक जोर से सुनाता रहूंगा जब तक मैं सुना सकता हूं। बस ठीक इसके साथ बना रहूंगा। यही रुक और इसे सुन। मैं तुझे इसे सुनने के लिए आमंत्रित करता हूं। यहीं पर रुका रह।”
पहला दिन, पहले से कोई सुधार नहीं; अगले दिन, कोई सुधार नहीं; अगले दिन, कोई सुधार नहीं। मैं बस बना रहा, गवाही देता रहा, परमेश्वर की स्तुति करता रहा, काले बादलों में से हुए आगे बढ़ता रहा। उसने एक प्रतिज्ञा की है। अंततः यह वहां पर था। कुछ देर बाद वह थक जाता है और भाग जाता है।
रोज की रोटी
इसलिये परमेश्वर के आधीन हो जाओ। और शैतान का साम्हना करो, तो वह तुम्हारे पास से भाग निकलेगा।
याकूब 4:7
25-1003
परमेश्वर की इच्छा के बिना परमेश्वर की सेवा करने का प्रयास करना
65-0718M
कभी भी किसी संगठन को आरंभ करने या बनाने का प्रयास न करें। किसी और चीज पर निर्माण करने का प्रयास न करें।
लेकिन अपने प्रभु परमेश्वर के सामने नम्र बने रहें, क्योंकि ऐसा दिखाई देता है कि हो सकता है जल्द ही प्रतिज्ञा किए गए देश के अंदर द्वार खुल सके। तो आओ हम सच्चे गीतों को गाते हुए और आनन्द के साथ अंदर जाए, जब दूल्हा और दुल्हन सिंहासन पर अपने स्थान को लेंगे।
नम्र होकर जीये। प्रेम से जीये। एक दूसरे से प्रेम करे। अपने बीच में कभी कुछ भी ना आने दो। यदि आप अपने हृदय में किसी के विरुद्ध कुछ उठता हुआ देखें तो उसे तुरंत वहां से बाहर कर दें। ना ही…
और शैतान आपके बीच आने की पूरी कोशिश करेगा। देखा? आप ऐसा न होने देंना। हो सकता है कि कोई चिकनी-चुपड़ी जुबान का व्यक्ति आकर और आपको इससे दूर ले जाने का प्रयास करे। क्या आप सोचते हैं कि वे मूसा के साथ परमेश्वर की उपस्थिति के बाहर बात कर सकते थे, जहाँ उसने खड़े होकर और इसे देखा था? नहीं श्रीमान। नहीं. हम न तो इसमें से कुछ निकालते हैं और न ही इसमें कुछ जोड़ते हैं। बस इसे वैसे ही रखें जैसे प्रभु ने कहा था। हम कोई संप्रदाय को नहीं चाहते। हम कोई संगठन को नहीं चाहते। हम कोई द्वेष नहीं चाहते। हम कोई झगड़ा नहीं चाहते। हम परमेश्वर को चाहते हैं, और वो वचन है।
रोज की रोटी
सब बातों को परखोः जो अच्छी है उसे पकड़े रहो।
1 थिस्सलुनीकियों 5:21
25-1002
पुष्टि और प्रमाण
62-0621E
याद रखें, हमें कलीसिया में धार्मिक होने का अभिनय करने के लिए कभी नहीं आना चाहिए। हमें कलीसिया जाने के लिए सिर्फ़ धार्मिक प्रदर्शन करने के लिए नहीं आना चाहिए। हमें आत्मा और सच्चाई में आराधना करने के लिए आना है। हमें अवश्य ही गहराई से और ईमानदारी से करना चाहिए… हमें वास्तव में वही करना चाहिए जिसके लिए हम यहाँ आ रहे हैं। दिन बुरे होते जा रहे हैं। समय बुरा है। और हम चाहते हैं- हम हर मिनट के महत्व को समझना चाहते हैं, और विशेषकर तब जब हम प्रभु के भवन में हों।
रोज की रोटी
तब यीशु ने उस से कहा; हे शैतान दूर हो जा, क्योंकि लिखा है, कि तू प्रभु अपने परमेश्वर को प्रणाम कर, और केवल उसी की उपासना कर।
मत्ती 4:10
25-1001
परमेश्वर का दास अय्यूब
55-0223
आप जानते है, एक बार बताया गया; में नहीं जानता कि यह वास्तविक है या नहीं, जहां मिशनरी ने मुझे फिलिस्तीन में- में बताया था। हालांकि, उसने कहा कि उसने एक-एक चरवाहे को भेड़ों के साथ आते हुए देखा। और कहा, ‘एक भेड़ को उसे हाथ में उठाना पड़ा था, और उसकी टांग में पट्टी बंधी हुई थी। और उस ने कहा, “क्या भेड़ गिर गई, महोदय, और उसके पैर में चोट लग गई?”
उसने कहा, “नहीं।”
कहा, “इसके पैर को क्या हुआ?”
कहा, “मैंने इसे तोड़ा।”
कहा, “आपने इसे तोड़ा?” कहा, “ऐसा करने के लिए आप अवश्य ही बहुत क्रूर चरवाहा होंगे।”
उसने कहा, “नहीं।” उसने कहा, “देखो, यह भेड़ मेरी नहीं सुनती, यहाँ-वहां भटकती ही रहती है, और मैं जानता था कि इससे वो मारी जाएगी। इसलिए मुझे इसे अपने पास नजदीक लाने के लिए इसकी टांग को तोड़ना था, और इसे बस कुछ जरा सा विशेष उपचार देता हूं, इसे अपने हाथ से खिलाता हूं। और इससे ये मुझसे और अधिक प्रेम करेगी।”
इसलिए, हो सकता है कि परमेश्वर, कभी-कभी, बस आपके साथ कुछ तो घटित होने देगा, जिससे कि वो आपको बस थोड़ा सा अपने नजदीक ला सके, आपसे जरा सा अधिक प्रेम करे, और फिर आपको थोड़ा सा विशेष उपचार देता है, एक चंगाई, और आप कहेंगे, “हाँ, प्रभु, मैं विश्वास करता हूं कि आप हैं।” समझे? ऐसा ही है। देखा परमेश्वर ये किस तरह से करता है? क्या वो अद्भुत नहीं है? हम बस उस पर विश्वास करे।
रोज की रोटी
क्योंकि यहोवा जिस से प्रेम रखता है उस को डांटता है।
नीतिवचन 3:12
25-0930
एक सर्वोच्च चिन्ह
59-1227M
भाई, जब मैं परमेश्वर को देखता हूँ, स्वर्ग का परमेश्वर, उसने अपना सिंहासन, अपनी सुंदरता, और जो कुछ वह था, खो दिया; खाद के ढेर के ऊपर जन्म लेने के लिए, कपड़े के चिथड़ों में लपटे जाने के लिए, उसके चिन्हों और उसके अद्भुत कार्यों से मजाक उड़ाने के लिए, शैतान कहलाने के लिए; क्या मुझे उससे लज्जित होना चाहिए? नहीं श्रीमान। प्रतिष्ठित दुनिया को करने दें जो वे करना चाहते हैं। मेरे लिए, वह एक सर्वोच्च चिन्ह है। मेरे अंदर का पवित्र आत्मा चिल्ला उठा है। ये हो सकता है कि यह मुझे अजीब सी हरकत करने को लगाये या पागल मनुष्य सा बनाये, इस दुनिया के द्वारा, लेकिन मैं उसका इनकार नहीं कर सकता जिसने मेरे लिए इतना कुछ किया। उसने मृत्यु में मेरा स्थान ले लिया। उसने कलवरी पर मेरा स्थान ले लिया। उसने इन सारे कामो को किया। वह मनुष्य बनने के लिए, मोती जैसे सफेद सिंहासनो पर से, स्वर्ग से नीचे उतरा, मेरे दुखो के सहने के स्वाद को चखने के लिए, मेरी परीक्षाओं में से होकर जाने के लिए, यह जानने के लिए कि मुझमें सही प्रकार का बिचवाई करने वाला कैसे बनना है, मेरी अगुवाई करने और अनंत जीवन के लिए मेरा मार्गदर्शन करने। और उसकी निर्धनता के द्वारा, मैं धनवान बन गया। उसकी मृत्यु के द्वारा, मुझे जीवन, अनंत जीवन दिया गया है।
उसका इनकार ना करें। उसके लिए लज्जित न हों। उसके लिए लज्जित न हों। लेकिन उससे लिपट जाए, और कहे, “हाँ, मेरे प्रिय प्रभु, मुझे दो जैसे उन्होंने पेंटीकोस्ट के दिन पाया था, प्रभु। मुझे पवित्र आत्मा दो। इसे मेरे हृदय में डाले। मैं परवाह नहीं करता कि नवयुवक क्या कहता है। मैं परवाह नहीं करता कि दुनिया क्या कहती है। मैं उनकी ओर नहीं देख रहा हूं। मैं आपकी ओर देख रहा हूं।” ये क्या है? कलीसिया में जुड़ना? नहीं, सर्वोच्च चिन्ह, इम्मानुएल, परमेश्वर हमारे साथ।
रोज की रोटी
इस कारण प्रभु आप ही तुम को एक चिन्ह देगा; सुनो, एक कुमारी गर्भवती होगी और पुत्र जनेगी, और उसका नाम इम्मानुएल रखेगी। यशायाह 7:14